परिचय (Introduction) ट्रेडिंग,प्रतिभूति (Security) जैसे स्टॉक, बॉन्ड ,मुद्राएं और कमोडिटी को खरीदना या बेचना होता है और इसके विपरीत निवेश (Investing) में खरीदके कुछ समय के लिए होल्ड करके रखना होता हैं ट्रेडिंग में सफलता, ट्रेडर्स की समय के साथ लाभदायक होने की क्षमता पर निर्भर करती है ट्रेडिंग का मतलब सीधे शब्दों में है कि यह प्रतिभूति(Security) खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को दिन प्रतिदिन के मूल्य परिवर्तनों से पैसे कमाने के लिए किया जाता है। An Intro to Threding in Python Hindi
:– ट्रेडिंग क्या हैं?(What is trading?)समानता ट्रेडिंग शब्द का उपयोग सिक्योरिटी(Security) की खरीद और बेचकर रुपए कमाने के लिए किया जाता है।
:– ट्रेडिंग vs निवेश (investing)
ट्रेडिंग का आशय ( Security)को खरीदना और बेचना है जबकि निवेश (Investment )का आशय खरीदने और होल्ड की रणनीति से है।
:-कैडलिस्टकस को समझने के लिए शब्दावली
(Terminology to understand Cadalistas)
1. समर्थन (Saport)
समर्थन वह स्तर होता है जिस पर मांग सबसे अधिक मजबूत होती है, जिस पर स्टॉक को गिरने से रोकने के लिए डिमांड काफी मजबूत होती है।
2. प्रतिरोध(Resistance)
प्रतिरोध समर्थन(Saport)के विपरीत होता है मूल्य ऊंचाई की ओर बढ़ती है क्योंकि इस सप्लाई से अधिक डिमांड होती है वहां एक समय आता है जब बेचने की इच्छा, और ज्यादा खरीदने की इच्छा पर भारी पड़ सकती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि व्यापारी ने तय किया हो की मूल्य बहुत अच्छा है या उसके लक्ष्य पूरे हो चुके हैं।
3. बियरिश(Bearish)
बियरिश इसका मतलब है कि आप आपका मानना है कि एक बाजार संपत्ति या विपत्ति इन्सुमेंट(Instruments) को नीचे की दिशा में जाने की संभावना है। "बियरिश" होना "बुलिश" के विपरीत होता है, जिसका मतलब होता है कि आपका मानना है कि बाजार ऊपर की ओर जा रहा है।
4. बुलिश (Bullish)
"बुलिश" का मतलब है कि एक बाजार, संपत्ति या विपत्ति इन्सुमेंट(Instruments) के मूल्य के ऊपर की और जाने की संभावना। बुलिश होने का मतलब है कि बाजार में खरीद का बढ़ना, जिसे "गोइंग लॉन्ग" कहा जाता है ताकि मूल्य ऊपर बढ़ने के बाद उसे भविष्य में बेचकर लाभ कमाया जा सके ।
5. खिड़की (window)
खिड़की (window) का मतलब होता है कि वह समय जब किसी कंपनी के प्रतिभूति (Securities)के लिए व्यापार करने के लिए होता है। सभी दिन व्यापार के अवधि होते हैं, केवल तब नहीं जब व्यापार खिड़की बंद होती है ।
6. बेयर (Bayer)
"बेयर" एक निवेशक होता है जो मानता है कि किसी विशेष प्रतिभूति(Securities) या व्यापारिक बाजार नीचे की दिशा (डाउनट्रेड) में जा रहा है और शेर की मूल्य में गिरावट से लाभ कमाने का प्रयास कर सकता है। "बेयर" आमतौर पर किसी दिए गए बाजार की स्थिति के बारे में नकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं।
7. बुल (Bull)
"बुल" एक निवेशक होता है जो मानता है कि किसी विशेष प्रतिभूति(Security) या व्यापारिक बाजार ऊपर की दिशा (अपडेट) में जा रहा है और शेर के मूल्य में उछाल से लाभ कमाने का प्रयास कर सकता है। "बुल" आमतौर पर किसी दिए गए बाजार की स्थिति के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण रखना है।
8. ट्रेड (Trade)
"ट्रेड" बाजार या किसी संपत्ति के मूल्य बढ़ने या घटना की दिशा को दर्शाती है तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) में ट्रेडर्स को ट्रेडलाइंस या प्राइस एक्शन द्वारा पहचाना जाता है। ट्रेड दो प्रकार का होता है अपट्रेड और डाउनट्रेड ।
9. अपट्रेड (Uptrade)
अपट्रेड स्टॉक्स के मूल्य को मूल्य को और बढ़ने की दिशा को वर्णन करता है यह तब तक जारी रहता है जब तक की स्टॉक्स का मूल्य अपने पिछले मूल्य से बड़ा बढ़ता जाता हैं।
10. डाउनट्रेंड(Downtrend)
डाउनट्रेंड स्टॉक्स के मूल्य के कम होने की दिशा का वर्णन करता है। यह तब तक जारी रहता जब तक की स्टॉक्स का मूल्य अपने पिछले मूल्य से कम होता है।
11. कन्टिन्यूशन(Continuation)
कन्टिन्यूशन एक संकेत होता है जिससे ट्रेडर ट्रेड में बने रहने के लिए खोजना है। ट्रेंडर वर्तमान दिशा के बीच में कन्टिन्यूशन पैटनस को तलाशने का प्रयास करता है और वह अनुमान लगाता है कि पैटर्न पूरा होने के बाद मूल्य किस दिशा में आगे जाएगा।
12. सेलिंग प्रेशर (selling pressure)
"सेलिंग प्रेशर" तब होता है जब अधिकांश व्यापारी बेच रहे हैं, जिसे सूचित होता है कि अधिकांश लोग समर्थन करते हैं कि बाजार मूल्य घटेगा।
13. बाइंग प्रेशर (Buying pressure)
"बाइंग प्रेशर" तब होता है जब अधिकांश व्यापारी खरीद रहे हैं, जिससे सूचित होता है कि अधिकांश लोग समर्थन करते हैं कि बाजार मूल्य बढ़ेगा ।
14. छाया (Shadow)
"छाया (Shadow)" और रेखा होती है जो कैंडललिस्ट चार्ट पर कैंडललिस्ट के शरीर के ऊपर और नीचे होती है ऊपर यह छाया को आमतौर पर "विक (Wick)" कहा जाता है जबकि निचली को "पूछ (Tale)"के रूप में जाना जाता है।"
15. ओपन प्राइस (Open price)
"ओपन प्राइज" वह कीमत है जिस पर कोई प्रतिभूति (सिक्योरिटी) पहली बार एक्सचेज खुलते ही व्यापार करती है। एक ओपन प्राइज(Open price)पिछले दिन के क्लोज प्राइस(Close Price)से भिन्न हो सकती है। यह किसी भी विनिमय अवधि की शुरुआत में होने वाली पहली व्यापारिक गतिविधि को दर्शाती है।
"ओपन प्राइज" वह कीमत है जिस पर कोई प्रतिभूति (सिक्योरिटी) पहली बार एक्सचेज खुलते ही व्यापार करती है। एक ओपन प्राइज(Open price)पिछले दिन के क्लोज प्राइस(Close Price)से भिन्न हो सकती है। यह किसी भी विनिमय अवधि की शुरुआत में होने वाली पहली व्यापारिक गतिविधि को दर्शाती है।
16. क्लोज प्राइस (Close Price)
"क्लोज प्राइस" वह कीमत है जिस पर कोई प्रतिभूति (सिक्योरिटी) पहली बार एक्सचेंज बंद होता है। एक क्लोज प्राइस(Close Price) पिछले दिन के ओपन प्राइज(open price) से भिन्न हो सकती है। यह किसी भी विनिमय अवधि में बंद अवधि के बाद में होने वाली व्यापारिक गतिविधि को दर्शाती है।
"क्लोज प्राइस" वह कीमत है जिस पर कोई प्रतिभूति (सिक्योरिटी) पहली बार एक्सचेंज बंद होता है। एक क्लोज प्राइस(Close Price) पिछले दिन के ओपन प्राइज(open price) से भिन्न हो सकती है। यह किसी भी विनिमय अवधि में बंद अवधि के बाद में होने वाली व्यापारिक गतिविधि को दर्शाती है।
17. हाई प्राइस या हाई (High Price and High)
"हाई प्राइस या हाई" प्रतिभूति (सिक्योरिटी) की सबसे अधिक दाम को संदर्भित करती है जो किसी निर्दिष्ट अवधि के दौरान होता है।
"हाई प्राइस या हाई" प्रतिभूति (सिक्योरिटी) की सबसे अधिक दाम को संदर्भित करती है जो किसी निर्दिष्ट अवधि के दौरान होता है।
18. लो प्राइस या लो (Lo price and Lo)
"लो प्राइस लो" एक तकनीकी विश्लेषण में एक शब्द है जो किसी प्रतिभूति (सिक्योरिटी) या इंडिकेटर की कीमत को दर्शाता है। एक "लो"(Lo) तब बनता है तब एक निश्चित समय अवधि में कोई कीमत किसी भी दूसरी आसपास की कीमतों से कम होती हैं।
"लो प्राइस लो" एक तकनीकी विश्लेषण में एक शब्द है जो किसी प्रतिभूति (सिक्योरिटी) या इंडिकेटर की कीमत को दर्शाता है। एक "लो"(Lo) तब बनता है तब एक निश्चित समय अवधि में कोई कीमत किसी भी दूसरी आसपास की कीमतों से कम होती हैं।
19. न्यूट्रल(Neutral)
"न्यूट्रल(Neutral)" एक ऐसी स्थिति दर्शाता है जब बाजार में ली गई पोजीशन न तो बुलिश है और न ही बियरिश दूसरे शब्दों में, इसे बाजार की मूल्य की दिशा के प्रति संवेदनशील माना जाता है।
"न्यूट्रल(Neutral)" एक ऐसी स्थिति दर्शाता है जब बाजार में ली गई पोजीशन न तो बुलिश है और न ही बियरिश दूसरे शब्दों में, इसे बाजार की मूल्य की दिशा के प्रति संवेदनशील माना जाता है।
20. स्टॉक (Stock)
ट्रेडिंग में स्टॉक का मतलब है कंपनियों के शेयरों को खरीदना और बेचना ताकि कीमत में होने वाली परिवर्तन से पैसा कमाया जा सके।
ट्रेडिंग में स्टॉक का मतलब है कंपनियों के शेयरों को खरीदना और बेचना ताकि कीमत में होने वाली परिवर्तन से पैसा कमाया जा सके।
आगे पढ़े👇